आज गुरुबार के दिन Indian Stock Market Crash 2022 काफी हदतक हो ही गया।आज ही के दिन निफ्टी में बहुत बड़ा क्रैश नजर आया हैं। निफ्टी में आज 4.78% का गिरावट देखने को मिला और यह एक ही दिन के अंदर हुआ है। और वहीं अगर category-wise देखेंगे तो बहुत सारे सेक्टर में अच्छी खासी गिरावट देखने को मिली है। जैसे ऑटो सेक्टर 6.26% डाउन था, पीएसयू बैंक का सेक्टर 8.26% नीचे गिरा। मिड कैप स्टॉक्स का इंडेक्स 6.16% डाउन था, साथ में स्मॉल कैप स्टोक्स का इंडेक्स 6.55% नीचे गया है ।
दोस्तों पिछले कुछ दिन से लगातार स्टॉक मार्केट गिर रहा है और बीच-बीच में निफ्टी 17000 से नीचे आ जा रहा है। जब भी कुछ दिन लगातार मार्केट गिरने लगता है तो यूट्यूब और न्यूज़ में बहुत सारी ख़बरें चलना शुरू हो जाती है। कि शेयर मार्केट क्रैश हो गया सब कुछ डूबने वाला है और स्टॉक मार्केट से संबंधित और भी कई सारी खबरें। जो आपको बहुत ज्यादा डराती है। आज के इस पोस्ट में मार्केट गिरने का असली कारण आप लोगों को बताऊंगा।
मुझे पता है मार्केट गिरने की कुछ कारण आप को भी मालूम है। लेकिन फिर भी समझ लेंगे। फिर हम आपको यह भी बताएंगे कि इस समय पर यानी कि जब भी मार्केट क्रैश हो तब आपको क्या करना चाहिए ? क्या आप का पोर्टफोलियो Sell करना चाहिए या फिर और खरीदना चाहिए ? तो इस पोस्ट में कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताने जा रहे हैं Indian Stock Market Crash 2022 के ऊपर ध्यान से पढ़ें ।
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यह पोस्ट सिर्फ एजुकेशन के उद्देश्य से लिखा गया है। अगर आप कुछ भी एक फैसला करते हैं तो उससे पहले खुद भी एक बार रिसर्च जरूर करें। याद रखें कभी भी लोन लेकर स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट ना करें क्योंकि इससे आप बहुत बड़ी मुसीबत में पड़ सकते हैं।
Indian Stock Market Crash 2022 Reasons in Hindi
Reason 1: चलिए जानते हैं शेयर मार्केट क्रैश होने का पहला कारण है रसिया और यूक्रेन के बीच बॉर्डर टेंशन। पहले खबर आ रहे थे कि यूएस प्रेजिडेंट जो बिडेन और रशिया की प्रेसिडेंट व्लादीमीर पुतिन के बीच यूक्रेन मामले में सुधार हो सकती है। रसिया ने यूक्रेन के दो बाकी इलाकों डॉनसूक और लोहानसूक को स्वाधीन मारने का ऐलान कर दिया है। यानी रसिया अब यूक्रेन के दो एरिया को अलग कंट्री मान रहा है। यानी कि रसिया ने यूक्रेन की तीन पाठ कर दिए हैं। जो कि यूक्रेन को उकसाने वाला काम है।
इस वजह से दोनों देशों के बीच बॉर्डर टेंशन और ज्यादा बढ़ गई थी। आगे चलकर रसिया फैसला लेता है कि वह यूक्रेन पर हमला करेगा। इससे होगा क्या कुछ कंट्री यूक्रेन के सपोर्ट में आएंगे और कुछ रसिया के। अगर ऐसा नहीं हुआ तो एउरोपियन मार्केट रसिया के ऊपर प्रतिबंध लगा सकती है। जैसा होगा क्या रसिया के साथ इंपोर्ट और एक्सपोर्ट का जो बिजनेस है वह बंद हो जाएगा। और इसका प्रभाव पूरे ग्लोबल मार्केट में दिखाई दे सकता है।
इसे होगा क्या अप्रत्यक्ष रूप से इंडियन स्टॉक मार्केट में भी इसका नेगेटिव प्रभाव जरूर पड़ सकता है। क्योंकि इंडिया बहुत सारे रॉ मैटेरियल्स के लिए दूसरे देशों के ऊपर निर्भर है। और दोस्तों रसिया तो क्रूड ओर ऑयल नेचुरल गैस का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। इसके अलावा रसिया मेटल्स, मशीनरी, केमिकल प्रोडक्ट्स, फुड स्टाफ्स, और बहुत सारे एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करता है।
रशिया और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद ज्यादातर संभावना है कि इन सारी चीजों का एक्सपोर्ट न करें। इससे क्या होगा इंडिया में बहुत सारे मैटेरियल्स की कमी दिखाई देगी। इसका मतलब है इंडियन स्टॉक मार्केट में इसका प्रभाव सीधा-सीधा पर सकता है। क्योंकि बहुत सारे इन्वेस्टर्स और बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशंस रिस्क नहीं लेना चाहते इसलिए वह अपने पैसे को सेब रखने के लिए स्टॉक मार्केट में ज्यादा से ज्यादा सेलिंग कर रहे हैं। जिसकी वजह से स्टॉक मार्केट बहुत ज्यादा डाउन जा रहा है। तो दोस्तों सबसे पहला कारण यही है Indian Stock Market Crash 2022 आने का।
Share Market Crash Reason in Hindi
Reason 2: शेयर मार्केट क्रैश होने का दूसरा रीजन हो सकता है क्रूड ऑयल का जो प्राइस है उसका बड़ा जाना। रूट मोबाइल का दाम पिछले कुछ हफ्तों में बहुत तेजी से बढ़ी है। अभी इसका जो दाम है वह है हंड्रेड डॉलर 1 बैरल के। क्योंकि इंडिया क्रूड ऑयल इंपोर्ट करता है क्रूड ऑयल का दाम बढ़ने का असर इंडियन इकोनामी में देखने को मिल सकता है। आपको पता ही होगा कि क्रूड ऑयल विश्व का महत्वपूर्ण सोर्स ऑफ एनर्जी है। इसका इस्तेमाल सभी इंडस्ट्री में किया जाता है। और ज्यादातर इंडस्ट्री एनर्जी के लिए क्रूड आयल पर ही निर्भर है।
क्रूड ऑयल की दाम बढ़ने से उन सभी इंडस्ट्री की प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ेगी जिसकी वजह से उन सभी वस्तू और सर्विसेस का दाम भरेगा। यानी सीधी भाषा में कहें तो महंगाई बढ़ेगी और इसका असर भी स्टॉक मार्केट में देखने को मिल सकता है। क्रूड आयल का दाम भरने का कारण भी रसिया ही है। क्योंकि रसिया है क्रूड ऑयल का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। और अगर रसिया के ऊपर प्रतिबंध लगाया जाता है तो क्रूड ऑयल की कमी दिखाई देगी। इसलिए जाकर देश ने क्रूड ऑयल रिजर्व्स बढ़ा रही है।
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Reason 3: स्टॉक मार्किट में गिरावट का तीसरा कारन है महंगाई का अचानक से बड़ जाना। हालही में आरबीआई ने घोषित किया की इंडिया में महंगाई पेहलसे 6% ज्यादा बड़ गयी है। और यह खबर स्टॉक मार्किट के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है। लेकिन महंगाई सिर्फ इंडिया में ही नहीं बढ़ रही है बल्कि अमेरिका में भी महंगाई में तेज़ी नज़र आयी है। इंडिया के मुकाबले यूनाइटेड स्टेट्स में महंगाई 2% ज्यादा है। ऐसे परिस्थिति में इंडियन स्टॉक मार्किट में फॉरेन इन्वेस्टमेंट कम होने के सम्भाबना ज्यादे है। इससे स्टॉक्स में निबेशको की संख्या घट सकती है। यानि की स्टॉक्स के प्राइस में और भी गिरावट नजर आ सकती है।
What will have to do in this situation ?
बर्तमान परिस्थिति में क्या करना चाहिए ? स्टॉक मार्किट में गिरावट का जो मूल कारन है रसिया और यूक्रैन के बिच का युद्ध का ऐलान हो जाना। लेकिन आप जानते हैं पहले भी 2014 साल में रसिया और यूक्रेन के बिच की बॉर्डर टेंशन को लेकर परिस्थिति कुछ इसी तरह तैयार हुई थी। और उस समय भी स्टॉक मार्किट नेगेटिव में चल रही थी। लेकिन उसके बाद फिर से सब कुश साधारण सा हो गया था।
इसके इलाबा साल 2020 में कोरोना वायरस के चलते निफ़्टी एकदिन में 12.98% गिर गया था। जिसे देख सारे इन्वेस्टर्स का दिमाग घूम गया था। फिर उसके बाद धीरे धीरे मार्किट में सुधर आया। निफ़्टी फिरसे ऊपर जाने लगी। और आखिर में मार्किट पहले जैसे नार्मल हो गयी। ऐसी परिस्थिति स्टॉक मार्किट में आती जाती रहती है। खबरों के चलते अगर स्टॉक्स में गिरावट नजर आती है तो आपको घबराने की कोई जरुरत नहीं। कुछ दिनके बाद सबकुछ वापस से नार्मल हो जायेगा।